ईडी ने बताया- जालसाज माइकल ने पशु ट्रॉफी बनाने वाले जुबर्ट वैन इन्गेन का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और ऑप्शन डीड बनवाई जुबर्ट को जालासाजी का पता चला तो उसने पुलिस केस किया, 2013 में उसकी 101 साल की उम्र में मृत्यु हो गई Dainik BhaskarNov 20, 2019, 10:03 PM IST मैसूर. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत 117 करोड़ रु. की संपत्ति सीज की। ईडी ने माइकल फ्लॉयड एशवेर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत केस दर्ज किया। माइकल फ्लॉयड ने मैसूर के राजा के लिए पशु ट्रॉफी बनाने वाले को धोखा देकर उसकी संपत्ति अपने नाम करवा ली थी। ईडी ने बताया कि जब्त की गई संपत्ति में 70 जानवरों की ट्रॉफियां, रोजवुड फर्नीचर जैसी बहुमूल्य चीजें शामिल हैं। माइकल मैसूर का एक हॉर्स ट्रेनर है। काफी बागान और बहुमूल्य चीजें जब्त की गईं ईडी ने बताया कि माइकल फ्लॉयड के हैदर अली रोड स्थित घर और केरल के वायनाड स्थित कॉफी बागान को भी सीज किया गया है। सभी संपत्तियों की कीमत करीब 117.87 करोड़ रुपए है। एजेंसी के मुताबिक, मैसूर के राजा के लिए ट्रॉफी बनाने वाले दिवंगत जुबर्ट वैन इन्गेन को माइकल फ्लॉयड ने धोखा दिया था। माइकल ने फर्जी अडॉप्शन डीड के जरिए मैसूर के महाराजा द्वारा जुबर्ट को तोहफे में दी गई संपत्ति को अपने नाम करवा लिया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर सीआईडी ने जांच शुरू की थी बेंगलुरु पुलिस की सीआईडी ने 2013 में माइकल के खिलाफ जालसाजी के केस में चार्जशीट दाखिल की थी। इसी के आधार पर ईडी ने अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया। सीआईडी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर इस मामले की जांच कर रही थी। माइकल ने अपने पक्ष में फर्जी अडॉप्शन डीड तैयार की और जुबर्ट का जाली मृत्युप्रमाण भी बनवाया। इसके बाद उसने सारी संपत्ति अपने नाम ट्रांसफर करवा ली। माइकल जानता था कि जुबर्ट शादीशुदा नहीं है- ईडी ईडी ने कहा- माइकल यह बात अच्छी तरह जानता था कि जुबर्ट शादीशुदा नहीं है और बूढ़ा हो चुका है। उसने इस बात का फायदा उठाया और जुबर्ट के साथ विश्वासघात किया। जब जुबर्ट को इस बात का पता चला तो उसने पुलिस में शिकायत की। हालांकि, 2013 में 101 साल की आयु में जुबर्ट की मृत्यु हो गई थी।